इंसुलिन पम्प मैनेजमेंट

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इंसुलिन पंप क्या है ?

इंसुलिन लेने के लिए एक और नया तरीका है इंसुलिन पंप द्वारा लेना । यह पंप एक छोटा मोबाइल फोन के समान होता है जिसके अंदर रेगुलर या रैपिड इंसुलिन की शीशी रखी जाती है इंसुलिन की शीशी से एक पतली प्लास्टिक ट्यूब द्वारा इंसुलिन शरीर के अंदर पहुंचता है ठीक वैसे ही जैसे आप सामान्य इंजेक्शन लेते हैं । इस में फर्क इतना है कि ट्यूब वहीं शरीर में लगा रहता है और 3 दिन में एक बार ही बदला जाता है । पंप को डोज की मात्रा के अनुसार सेट किया जाता है , ताकि जब आहार का समय है, तो पंप अधिक डोज निकलवाता है, (Bolus) और जब आहार का समय नहीं है तो पंप लगातार एक छोटा सा दो जारी रखता है यह लगातार डोज जारी रखता है, ये लगातार डोज आपके NPH या Glargine का स्थान लेता है, लगातार लगने वाला डोज (Basal Rate) को पहले से सेट कर सकते हैं। कुछ घंटों के लिए कम रखना (जैसे रोज भोर में जब शुगर बढ़े हुए होने की संभावना है )आप दिन में सभी बड़े और छोटे आहार(Meal & Snack) के लिए इसे ले सकते हैं , बिना अलग-अलग कई बार सुई लगाए। इस तरह पंप का प्रयोग करते हुए अधिक बेहतर नियंत्रण रख सकते हैं । परंतु पंप का पूरा फायदा लेने के लिए खून जांच दिन में 4-5 बार करके तथा कार्बोहाइड्रेट आहार के साथ तालमेल करते हुए इंसुलिन की खुराक को नियंत्रित करना होगा । पंप के ट्यूब इत्यादि फिलहाल काफी महंगे पड़ते हैं । अगर आप इस संबंध में और अधिक जानकारी चाहते हैं तो कृपया हमारी टीम से संपर्क करें।

याद रखिए :

1. इंसुलिन इंजेक्शन को प्रतिदिन लगाइए । बीमारी के दिनों में भी अपने आप कभी भी इंसुलिन लेना बंद मत करिए ।
2. इंसुलिन की मात्रा को चिकित्सक के दिए गए निर्देशों के अनुसार ही बढ़ाएं या घटाएं ।

इंजेक्शन कहां लगाएं

अब यह सबसे जरूरी है कि आप शरीर के किस हिस्से पर इंजेक्शन लगाएं ।
इन्सुलिन लेने की सबसे अच्छी जगह है पेट , जांघ , और बांह ।
मांशपेशियों या नस में इंजेक्शन कभी न लें ।
इंजेक्शन लेने पहले त्वचा को अच्छी तरह साफ करें ।
हर बार इंजेक्शन लेते समय नई नीडल का इस्तेमाल करें ।

इंजेक्शन कैसे लें : चरण-दर-चरण प्रक्रिया

इन्सुलिन काट्रिज भीतर डालें

ढक्कन को खींचकर निकालें । काट्रिज होल्डर को घुमाकर खोलें और पेन की बॉडी से अलग कर लें स्क्रू को वापस पेन के भीतर धकेल दें।

इन्सुलिन काट्रिज के छोटे सिरे को काट्रिज होल्डर में डालें ।

अब काट्रिज होल्डर और पेन बॉडी को एक साथ भीतर डालें । पेन बॉडी को काट्रिज होल्डर को अच्छी तरह घुमाकर कस दें।

इन्सुलिन की जांच करें ।
केवल क्लाउडी (धुंधले) इन्सुलिन के लिए :
अपनी हथेली पर पेन को धीरे-धीरे 10 बार गोल-गोल घुमाएं और पेन को 10 बार उल्टा-सीधा करें।
इन्सुलिन का घोल एक समान मिश्रण के रूप में दिखाई देना चाहिए ।

पेन को प्राइम करें
पेपर टैब को नीडल की बाहरी शील्ड से निकालें । नीडल को सीधा का काट्रिज होल्डर पर लगा दें । बाहरी कैप और भीतरी कैप को खींचकर बाहर निकलें । इंजेक्शन लेने के बाद नीडल को निकालने के लिए बाहरी कैप को संभालकर रखें ।

इन्सुलिन की खुराक इंजेक्ट करें

1.अपनी मनचाही खुराक के निशान तक डोज नॉब को घुमाएं ।

2.नीडल को भीतर डालें अपना अंगूठा इंजेक्शन बटन पर रखें और धीरे धीरे तब तक नीचे ढकेलें , जब तक बटन का आगे सरकना न रुक जाए । बटन को 5 सेकंड तक पकड़े रहें , इसके बाद नीडल को त्वचा से बाहर निकाल लें । अब यह देखें कि डोज विंडो पर 0 का निशान है या नही , ताकि यह निश्चित हो सके कि आपने अपनी पूरी खुराक ले ली है ।

3.अब सावधानीपूर्वक बाहरी कैप वापस लगा दें । घुमाकर कैप की गई नीडल को निकाल लें । कैप को पैन पर लगा दें।

4.सावधानी से कैप को वापस लगा दें ।

5.कैप की गई नीडल को घुमाकर निकाल लें । कैप को पेन पर लगा दें ।

इंजेक्शन कहां लगाएं

अब यह सबसे जरूरी है कि आप शरीर के किस हिस्से पर इंजेक्शन लगाएं ।
इन्सुलिन लेने की सबसे अच्छी जगह है पेट , जांघ , और बांह ।
मांशपेशियों या नस में इंजेक्शन कभी न लें ।
इंजेक्शन लेने पहले त्वचा को अच्छी तरह साफ करें ।
हर बार इंजेक्शन लेते समय नई नीडल का इस्तेमाल करें ।

इन्सुलिन सिरिंज

आपको किस प्रकार की सिरिंज इस्तेमाल करना चाहिए ?
इन्सुलिन लेने के लिए 2 तरह की सिरिंज उपलब्ध हैं :
इन्सुलिन सिरिंज :
40 I.U. सिरिंज
-रेड नीडल कैप के साथ
-रेड ग्रेडेशन मार्किंग्स के साथ

100 I.U. सिरिंज
– ऑरेंज नीडल कैप के साथ
– ब्लैक ग्रेडेशन मार्किंग्स के साथ

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1.क्या टाइप 2 डायबिटीज ग्रस्त हर मरीज को दवा लेना जरूरी है ?

पहली बार डायबिटीज का निदान होने पर तुरंत दवा की जरूरत नहीं | क्योंकि स्वस्थ संतुलित भोजन व्यायाम और वजन घटाने से आपके रक्त में ग्लूकोज का स्तर कम हो सकता है | अगर ऐसा करने से फायदा ना हो तो बीमारी के बढ़ने के साथ-साथ आपको दवा की जरूरत पड़ सकती है |

2. यदि मैं अपनी दवा की एक खुराक लेना भूल जाऊं तो मुझे क्या करना चाहिए ?

आपको डॉक्टर के निर्देश अनुसार नियमित रूप से दवा लेनी बहुत जरूरी है पर यदि आप कभी दवा की खुराक लेना भूल जाएं तो इसकी दोगुनी खुराक कभी ना लें इसके लिए आप अपने डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं |

3. क्या मैं अपनी दवा का समय बदल सकता हूं ?

आप अपनी दवा लेने का समय नहीं बदल सकते हर दवा का अपना खास असर/प्रभाव होता है और इसलिए इसे अपने निर्धारित समय पर ही लेना चाहिए |

4. लक्ष्य प्राप्त हो जाए तो क्या दवा या इंसुलिन लेना पूरी तरह बंद किया जा सकता है?

दवाओं का उपयोग डायबिटीज मरीज के रक्त में ग्लूकोज स्तर पर नियंत्रण रखने के लिए किया जाता है |
यह शरीर में मौजूद डायबिटीज के असली कारण का उपचार नहीं है | बहरहाल जीवनशैली या आदतों में परिवर्तन करके लोग टॉमी दवाओं की खुराक में परिवर्तन किया जा सकता है और कई बार इन्हें पूरी तरह बंद करने की सिफारिश भी की जा सकती है लेकिन ऐसा केवल डॉक्टर की सलाह और देखरेख में ही किया जाना चाहिए |

5. इंजेक्शन ली गई तो त्वचा पर मुझे सूजन हो जाती है क्या यह इंसुलिन का विपरीत प्रभाव है ?

यदि आप सही तरीके से इंसुलिन इंजेक्शन नहीं लेते या एक ही जगह पर बार-बार इंजेक्शन लेते हैं तो आपको सूजन हो सकती | यह विपरीत प्रभाव नहीं आप सही तरीके से इंजेक्शन लेना सीखें |

6. यदि इंसुलिन को ठंडी जगह पर ना रखा जाए तो क्या होगा ?

यदि इंसुलिन को बताए गए तापमान से अधिक या कम तापमान पर लंबे समय तक रखा जाए तो इसकी पोटेंसी या शक्ति कम हो जाती है | इंसुलिन की कार्य क्षमता खत्म हो जाती है और वापस नहीं आती | इससे इंसुलिन की गुणवत्ता भी प्रभावित हो जाती है |

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